भावनात्मक गुणक(EQ):
आपका ईक्यू आपकी भावनात्मक बुद्धिमत्ता को मापता है, आपकी भावनाओं को पहचानने, प्रबंधित करने और व्यक्त करने की क्षमता का आकलन करता है। आपकी भावनात्मक बुद्धिमत्ता कौशल – जैसे आत्म-जागरूकता, सहानुभूति और आत्म-प्रेरणा – आपको अपनी भावनाओं और परिणामी व्यवहार को नाम देने में मदद करती है ताकि इसे दूसरों में अधिक आसानी से पहचाना जा सके।
यदि आप किसी कठिन ग्राहक के साथ काम कर रहे हैं, तो आपकी भावनात्मक बुद्धिमत्ता आपको स्थिति से शांतिपूर्वक और पेशेवर तरीके से निपटने के लिए उपकरण प्रदान करती है। और अपने भावनात्मक बुद्धिमत्ता कौशल को विकसित करने से आपको अधिक आत्म-जागरूक और सहायक संचारक बनने में मदद मिलती है।
बुद्धिलब्धि (IQ):
आपका आईक्यू सीखने, समझने और ज्ञान को दैनिक कार्यों में लागू करने की आपकी क्षमता को मापता है। इसमें तर्क और मौखिक संचार जैसे कई कौशल शामिल हैं। और अपने आईक्यू को विकसित करने में अप्रासंगिक जानकारी को फ़िल्टर करना, महत्वपूर्ण विवरण बनाए रखना और जटिल मुद्दों को हल करना सीखना शामिल है।
EQ बनाम IQ: कौन सा अधिक महत्वपूर्ण है?
न तो EQ और न ही IQ स्वाभाविक रूप से बेहतर हैं। अच्छी भावनात्मक बुद्धिमत्ता आपको सामाजिक और भावनात्मक स्थितियों को अच्छी तरह से नेविगेट करने में मदद करती है, जबकि अच्छी बौद्धिक बुद्धिमत्ता आपको अपनी दैनिक दिनचर्या में चुनौतियों को समझने और दूर करने के लिए संज्ञानात्मक उपकरण प्रदान करती है।
मानकीकृत परीक्षण जैसी बुद्धि माप प्रक्रियाएं ऐतिहासिक रूप से उच्च कार्य प्रदर्शन से संबंधित थीं। लेकिन हाल के अध्ययन IQ और EQ के बीच अधिक जटिल संबंध का सुझाव देते हैं। आत्मविश्वास, तनाव प्रबंधन और प्रेरणा गैर-संज्ञानात्मक क्षमताएं हैं जो आपके काम करने की क्षमता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। और दोनों का लाभ उठाना सीखना कार्यालय के अंदर और बाहर एक सफल और पूर्ण जीवन जीने के लिए अभिन्न अंग है।
Other Reply
EQ और IQ दोनों ही मनुष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन दोनों में से कौन सा अधिक महत्वपूर्ण है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप जीवन में क्या हासिल करना चाहते हैं।
IQ, या बुद्धि लब्धि (intelligence quotient): एक व्यक्ति की तार्किक सोच, समस्या समाधान और सीखने की क्षमता को मापता है। IQ उच्च होने से स्कूल में अच्छा प्रदर्शन करने, कठिन विषयों को सीखने और जटिल समस्याओं को हल करने में आसानी होती है। IQ भी नौकरी में सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
EQ, या भावनात्मक बुद्धिमत्ता (emotional intelligence): एक व्यक्ति की अपनी और दूसरों की भावनाओं को समझने और प्रबंधित करने की क्षमता को मापता है। EQ उच्च होने से सामाजिक संबंधों को बनाए रखना,
तनाव का प्रबंधन करना और दूसरों के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करना आसान होता है। EQ भी जीवन में समग्र रूप से सफल होने के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
सामान्य तौर पर, EQ को IQ से अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका कारण यह है कि EQ हमें दूसरों के साथ जुड़ने, संबंध बनाने और सफल होने में मदद करता है। IQ हमें स्कूल और नौकरी में सफल होने में मदद कर सकता है, लेकिन यह जीवन में खुशी और संतुष्टि के लिए आवश्यक नहीं है।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि IQ और EQ दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। IQ हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है, और EQ हमें उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के दौरान खुश और सफल रहने में मदद कर सकता है।
यदि आप एक सफल और संतोषजनक जीवन जीना चाहते हैं, तो आपको दोनों पहलुओं पर काम करने की आवश्यकता है। अपने IQ को बढ़ाने के लिए, आप चुनौतीपूर्ण कार्यों में संलग्न हो सकते हैं, नई चीजें सीख
सकते हैं और अपनी समस्या-समाधान क्षमताओं को विकसित कर सकते हैं। अपने EQ को बढ़ाने के लिए,
आप अपने भावनाओं को समझने और प्रबंधित करने के लिए अभ्यास कर सकते हैं, दूसरों के साथ प्रभावी ढंग से संवाद कर सकते हैं और दूसरों की भावनाओं को समझ सकते हैं।