चिता की राख को अशुभ माना जाने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक कारण यह हो सकता है कि चिता की
राख मृत्यु और विनाश का प्रतीक है। मृत शरीर को जलाकर राख करने से शरीर का विनाश होता है। इसलिए,
चिता की राख को मृत्यु और विनाश का प्रतीक माना जा सकता है।
दूसरा कारण यह हो सकता है कि चिता की राख अशुद्धता का प्रतीक है। जब कोई व्यक्ति मरता है, तो उसके शरीर से कई तरह के अशुद्ध पदार्थ निकलते हैं। इन पदार्थों में रक्त, मूत्र, मल और अन्य प्रकार के द्रव शामिल हैं। चिता की राख में इन अशुद्ध पदार्थों के अवशेष होते हैं। इसलिए, चिता की राख को अशुद्धता का प्रतीक माना जा सकता है।
तीसरा कारण यह हो सकता है कि चिता की राख दुर्भाग्य का प्रतीक है। मृत्यु को अक्सर दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, चिता की राख, जो मृत्यु का प्रतीक है, को भी दुर्भाग्य का प्रतीक माना जा सकता है।
अंततः, चिता की राख को अशुभ मानने की मान्यता व्यक्तिगत विश्वास और दृष्टिकोण पर निर्भर करती है।
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