पीएम मुद्रा योजना:
छोटे व्यवसायों को 10 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करने वाला सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम
भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण कर्ज़ योजना है जिसका उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्यमों को सस्ते कर्ज़ उपलब्ध कराना है।
इस योजना के तहत उद्यमी 10 लाख रुपये तक का कर्ज़ बिना किसी गारंटी के प्राप्त कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लक्ष्य छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को प्रोत्साहित करना और रोज़गार सृजन करना है।
इस योजना के तहत कर्ज़ की मंज़ूरी तेज़ी से दी जाती है और कम ब्याज दर पर उपलब्ध होता है।
यह योजना छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करके उन्हें बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी।
पीएम मुद्रा योजना
एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देना
यह योजना उद्यमशीलता एवं स्वरोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ लघु व सूक्ष्म उद्यमों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आंकड़ों के अनुसार, अब तक 46 करोड़ से अधिक ऋण स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिनकी कुल राशि 27 ट्रिलियन रुपये से अधिक है। पिछले वित्त वर्ष में इस योजना के तहत 4.40 लाख करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए थे, जबकि मार्च 2024 तक यह राशि 5.20 लाख करोड़ रुपये थी।
पीएमएमवाई के प्रभाव
वित्त वर्ष 2024 में, इस योजना ने उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है। पिछले वर्ष की तुलना में स्वीकृत पीएमएमवाई ऋणों की संख्या में 4.1% की वृद्धि हुई, जबकि स्वीकृत ऋण राशि में 14.3% की बड़ी वृद्धि देखी गई। यह छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
योजना के लाभार्थियों में से 69% से अधिक महिलाएं हैं, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रमुख कदम है। महिला उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करके, पीएमएमवाई ने उनकी आत्मनिर्भरता को बढ़ाने में योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 अप्रैल, 2015 को शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य गैर-निगमित और गैर-कृषि क्षेत्रों के छोटे व सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करना था। इस प्रकार, यह योजना स्वरोजगार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
पीएम मुद्रा ऋण के लाभ
सरकारी प्रायोजन और विश्वसनीयता:
केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजना होने से, ऋण प्राप्त करने वालों को योजना की स्थिरता और विश्वसनीयता की गारंटी मिलती है। उधारकर्ताओं को ऋण के लिए कोई प्रतिभूति या गारंटी प्रदान करने की आवश्यकता नहीं होती है, जो उन्हें ऋण प्राप्त करना आसान बनाता है।
यहाँ कुछ प्रमुख आंकड़े दिए गए हैं:
वित्त वर्ष 2015-16:
ऋण स्वीकृत: 3.49 लाख
ऋण राशि: ₹1,37,449 करोड़
वित्त वर्ष 2023-24:
ऋण स्वीकृत: 6.54 करोड़
ऋण श्रेणियां
पीएमएमवाई ऋण के प्रकार ऋण श्रेणियां और आवेदन प्रक्रिया
‘शिशु’ (50,000 रुपये तक)
‘किशोर’ (50,000 से अधिक और 5 लाख रुपये तक)
‘तरुण’ (5 लाख से अधिक और 10 लाख रुपये तक)
आवश्यक दस्तावेज
विधिवत भरा हुआ आवेदन पत्र और नवीनतम पासपोर्ट आकार के फोटो होने चाहिए । उधारकर्ता के पहचान प्रमाण (पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पैन कार्ड)। विशेष श्रेणी का प्रासंगिक दस्तावेज (यदि लागू हो)। व्यावसायिक पते का प्रमाण। व्यवसाय स्थापना प्रमाणपत्र (मौजूदा उद्यमों के लिए)। पिछले 12 महीनों के बैंक स्टेटमेंट भी होने चाहिए। बैंक द्वारा अपेक्षित अन्य अतिरिक्त दस्तावेज जो जरूरी हो ।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन पोर्टल पर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का आधिकारिक वेबपोर्टल है । उधारकर्ता ऑनलाइन मोड के माध्यम से मुद्रा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। उदयमित्र पोर्टल (www.udyamimitra.in) और जनसमर्थ पोर्टल (www.jansamarth.in) दोनों उपलब्ध हैं
आवेदन प्रक्रिया
सटीक विवरण जैसे नाम, पता, संपर्क नंबर और ग्राहक विवरणों के साथ ऑनलाइन आवेदन पत्र भरे । सभी आवश्यक दस्तावेजों को भरे हुए आवेदन पत्र के साथ जोड़ना महत्वपूर्ण होता है। बैंक द्वारा निर्धारित किसी भी अतिरिक्त प्रक्रिया को पूरा करना (बैंक के आधार पर भिन्न हो सकता है)