हीट स्ट्रोक को लेकर के भारत सरकार ने एक लंबी चौड़ी गाइडलाइन जारी की है। अंदेशा यह लगाया जा रहा है कि आने वाले गर्मी के मौसम में एक भयानक स्थिति होने वाली है। भीषण गर्मी पड़ने वाली है और ऐसे में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए हमें तैयार रहना पड़ेगा। अस्पतालों को तैयार रहना पड़ेगा, लोगों को जागरूक रहना पड़ेगा। पूरे देश में गर्मी के मौसम ने सब को बेहाल किया हुआ है और नॉर्थ इंडिया समेत कई जगहों पर heat wave का कहर जारी है।
यहां तक कि रेड अलर्ट भी है। गर्मी बहुत से health problems को भी लेकर आती है और उनमें से सबसे आम है heat stroke जिसे लू लगना भी कहते हैं। यह ऐसे सिचुएशन है जिसमें पीड़ित के शरीर का तापमान यानि टेंप्रेचर ज्यादा धूपिया गर्मी की वजह से बढ़ने लगता है और आमतौर पर डिहाइड्रेशन और शरीर के तापमान नियंत्रण प्रणाली की विफलता के कारण यह होता है।
आपको सबसे पहले बताते हैं कि heat stroke के लक्षण क्या है क्योंकि heat stroke में तुरंत इलाज की जरूरत होती है। डॉक्टर्स के मुताबिक बहुत तेज सिरदर्द होना, चक्कर आना, और गर्मी के बावजूद पसीना न आना, हीट स्ट्रोक के लक्षण है। इसके अलावा धड़कन का तेज होना, सांस लेने में तकलीफ होना, घबराहट या बेचैनी महसूस करना और कभी कभार तो बेहोशी और उल्टी करना भी इसके लक्षण है।
अगर आपकी स्किन लाल गर्म और सूखी हो रही है या आपके मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो रही है तो आपको सतर्क रहना चाहिए और अपना ख्याल रखना चाहिए। अगर आपको ऐसी कोई भी लक्षण अपने शरीर में दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपना इलाज करवाएं। ऐसे सिचुएशन में आपको याद रखना चाहिए कि आप self treatment में समय बर्बाद ना करें और एक डॉक्टर से हीट स्ट्रोक का इलाज कराएं।