दूध की गुणवत्ता की जांच करने के लिए कुछ सरल घरेलू परीक्षण किए जा सकते हैं। इन परीक्षणों से यह पता चल सकता है कि दूध में मिलावट है या नहीं, या दूध की ताजगी और गुणवत्ता कैसी है।
स्लिप टेस्ट
इस परीक्षण के लिए, दूध की कुछ बूंदों को एक पॉलिश की हुई सतह पर गिराएं। यदि दूध धीरे-धीरे बहता है और पीछे एक सफेद निशान छोड़ता है, तो यह शुद्ध दूध है। यदि दूध तुरंत बह जाता है और कोई निशान नहीं छोड़ता है, तो यह मिलावटी दूध है।
खोया टेस्ट
इस परीक्षण के लिए, दूध को धीमी आंच पर उबालें और इसे खोया में बदल दें। यदि खोया नरम और घी जैसा है, तो दूध अच्छी गुणवत्ता का है। यदि खोया मोटा और सख्त है, तो दूध मिलावटी है।
नमक या आयोडीन टेस्ट
इस परीक्षण के लिए, दूध में कुछ बूंद नमक या आयोडीन मिलाएं। यदि दूध का रंग नीला हो जाता है, तो इसमें स्टार्च की मिलावट है। स्टार्च दूध में मिलावट के लिए एक आम पदार्थ है।
फॉस्फेटेज टेस्ट
यह परीक्षण एक प्रयोगशाला में किया जाना चाहिए। फॉस्फेटेज एक एंजाइम है जो दूध में मौजूद होता है। यदि दूध में फॉस्फेटेज
की मात्रा कम है, तो यह मिलावटी हो सकता है।
इन परीक्षणों के अलावा, दूध की गुणवत्ता की जांच करने के लिए कुछ अन्य कारकों पर भी ध्यान दिया जा सकता है। इनमें शामिल हैं:
- दूध का रंग: दूध का रंग सफेद या हल्का पीला होना चाहिए। यदि दूध का रंग पीला या हरा है, तो यह मिलावटी हो सकता है।
- दूध की गंध: दूध की गंध ताजा और मीठी होनी चाहिए। यदि दूध में कोई अप्रिय गंध है, तो यह खराब हो सकता है।
- दूध की स्थिरता: दूध की स्थिरता गाढ़ी और मलाईदार होनी चाहिए। यदि दूध पतला या पानीदार है, तो यह मिलावटी हो सकता है।
यदि आप इन कारकों पर ध्यान दें, तो आप अच्छी गुणवत्ता वाले दूध का चयन कर सकते हैं।