अगर मुझे ज्यादा गुस्सा आये तो क्या करूँ?
गुस्सा ना दिखाने से मेरा फायदा होगा या नुकसान ? क्या फैसला मेरे लिए सही रहेगा ? एक तीसरे इंसान की दृष्टि से सोचो कि इस समय मेरे लिए इस इंसान के लिए क्या बेहतर है। मान लीजिए कि आप अपनी मां से गुस्सा है तो आप एक तरह से व्यवहार करते हैं। अपने दोस्त से गुस्सा है तो दूसरी तरह से, आप अपने प्रोफेसर से गुस्सा है बिल्कुल अलग तरह से।
जरा सोचिए कि भविष्य में वह क्या रूप लेंगे। उसकी वजह से आपके साथ क्या-क्या हो सकता है कि जान जा सकती है, कि रिश्ता टूट सकता है, नौकरी जा सकती, कोई बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। विचार करो की भविष्य में जो इस छोटे से गुस्से की वजह से आपको मिलेगा। फिर एहसास करो कि मुझे वहां पर नहीं जाना, वैसा काम नहीं करना, जीवन को सही रखना है।